
रायपुर । इस वर्ष दीपावली का पर्व ऐतिहासिक है, क्योंकि भगवान श्रीरामलला 500 वर्षों बाद अपनी जन्मभूमि पर विराजमान हुए हैं। प्रदेश अध्यक्ष गणेश दास महंत ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि अयोध्या में…
गुरुवार को जारी शुभकामना संदेश में प्रदेश अध्यक्ष गणेश दास महंत ने कहा कि दीपावली का पर्व भारत की सनातन धर्म की परम्परा का एक महत्वपूर्ण पर्व है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के उपरान्त अयोध्या आगमन और रामराज के शुभारम्भ की स्मृति स्वरूप आज से हजारों वर्ष पहले पूरे भरतखण्ड में श्रद्धालुओं द्वारा दीपमालाओं से अपने-अपने घरों को सजा करके इस पर्व को मनाना प्रारम्भ किया गया।
प्रदेश अध्यक्ष गणेश दास महंत ने कहा कि इस वर्ष दीपावली का पर्व ऐतिहासिक और अभूतपूर्व है। भगवान श्रीरामलला 500 वर्षों की लम्बी प्रतीक्षा के बाद अपने धाम में विराजमान हुए हैं। अयोध्याधाम में भगवान श्रीरामलला की पावन जन्मभूमि पर बने नव्य-भव्य-दिव्य मन्दिर में भी असंख्य दीप प्रज्ज्वलित होंगे।
प्रदेश अध्यक्ष गणेश दास महंत ने कहा कि यह हम सभी का सौभाग्य है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन जन्मस्थली अयोध्या में दीपावली के आयोजन की प्राचीन और गौरवशाली परम्परा को ‘दीपोत्सव‘ के आयोजन के माध्यम से पुनर्प्रतिष्ठित कर, सम्पूर्ण विश्व समुदाय को अयोध्या की महिमा से परिचित कराने का कार्य कर रही है।




